Thursday, May 16, 2013

बुँदे



बारिश की बुँदे कहें ले चल साथ उसे 
मगर दिल कहे क्या करेगी ले जा के उसे जो है साथ तेरे 
बारिश की बूंदे कहे कर ले उसे याद कुछ पल के लिए 
मगर दिल कहे क्या करेगी याद करके उसे जो है यादो में  तेरे
बारिश की बूंदे कहें छू ले उसे 
मगर दिल कहें क्या करेगी छू कर  उसे जो एहसासों में  है तेरे 

Monday, May 13, 2013

मजबूर



हर रात मजबूर तुम भी होते हो 
हर रात मजबूर हम भी होते है
कहना तुम भी बहुत कुछ चाहते हो
कहना हम भी बहुत कुछ चाहते है 
तुम्हारी जिद्द मुझे अपने से दूर करने की 
मेरी जिद्द तुम्हे अपना बनाने की 
इस कशमकश में करना तुम भी 
बहुत कुछ चाहते हो 
करना हम भी बहुत कुछ चाहते है 
इस रिश्ते की डोर इस तरह कमजोर होगी 
न तुमने सोचा था न हमने सोचा है - श्वेता त्यागी